प्रसार भारती का हाल ही में लॉन्च किया गया ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘Waves’ चर्चा का विषय बन गया है। यह प्लेटफॉर्म 60 से अधिक लीनियर टीवी चैनल्स की मेजबानी करता है, जिसमें प्रमुख समाचार चैनल शामिल हैं। खास बात यह है कि यह सेवाएं मुफ्त में उपलब्ध हैं। इसके लॉन्च ने केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स की चिंताओं को बढ़ा दिया है। आइए इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
मुफ्त टीवी चैनल्स और केबल ऑपरेटर्स की रणनीति पर प्रभाव
Waves पर लीनियर टीवी चैनल्स की मुफ्त उपलब्धता ने केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स की व्यावसायिक रणनीतियों को चुनौती दी है। इन ऑपरेटर्स का मानना है कि यह प्लेटफॉर्म उनके राजस्व मॉडल को कमजोर कर सकता है।
एक ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट ने कहा, “पहले ही दर्शक ऑन-डिमांड कंटेंट के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की ओर झुकाव कर रहे हैं। अब Waves की मुफ्त सेवाओं ने पारंपरिक टीवी के लिए चुनौती को और बढ़ा दिया है।”
‘डीडी फ्री डिश’ से पहले ही दबाव में हैं ऑपरेटर्स
केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स लंबे समय से ‘डीडी फ्री डिश’ की चुनौती का सामना कर रहे हैं। यह मुफ्त सैटेलाइट सेवा भारतीय दर्शकों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन गई है। अब Waves ने डिजिटल और लीनियर कंटेंट का मिश्रण पेश कर ऑपरेटर्स की समस्याओं को और बढ़ा दिया है।
- डीडी फ्री डिश: पहले से ही लाखों दर्शकों का ध्यान खींच रहा है।
- Waves: इसके लीनियर चैनल्स ने एक नई प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया है।
नियमों के उल्लंघन का आरोप
ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन ने प्रसार भारती पर आरोप लगाया है कि उसने 2022 की अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग गाइडलाइंस के क्लॉज 11(3)(f) का उल्लंघन किया है।
क्लॉज 11(3)(f) के मुताबिक:
- टीवी सिग्नल रिसेप्शन डिकोडर्स केवल इन संस्थाओं को दिए जा सकते हैं:
- केबल ऑपरेटर्स (MSO): केबल टेलीविजन नेटवर्क (रेगुलेशन) एक्ट 1995 के तहत पंजीकृत।
- डीटीएच ऑपरेटर्स: भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त।
- आईपीटीवी सेवा प्रदाता: दूरसंचार विभाग से अधिकृत।
- एचआईटीएस ऑपरेटर्स: मंत्रालय द्वारा स्वीकृत।
फेडरेशन का कहना है कि Waves पर लीनियर चैनल्स की मुफ्त स्ट्रीमिंग इन नियमों के खिलाफ है।
सब्सक्राइबर बेस में भारी गिरावट
2018 में केबल और डीटीएच ऑपरेटरों का संयुक्त सब्सक्राइबर बेस लगभग 180 मिलियन था, जो 2024 में घटकर 120 मिलियन रह गया। यह 33% की गिरावट दर्शाता है।
इस दौरान:
- डिजिटल विकल्पों की लोकप्रियता बढ़ी।
- केबल और डीटीएच इंडस्ट्री को सब्सक्रिप्शन मॉडल बनाए रखने में कठिनाई हुई।
- Waves के लॉन्च ने इस गिरावट को और तेज़ करने का जोखिम पैदा कर दिया है।
प्रसार भारती का Waves: क्या है खास?
Waves ने अपनी लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल मार्केट में हलचल मचा दी है। यह प्लेटफॉर्म केवल लाइव टीवी ही नहीं, बल्कि कई अन्य सेवाएं भी प्रदान करता है।
Waves की प्रमुख विशेषताएं:
- वीडियो ऑन डिमांड: क्लासिक और समकालीन कंटेंट का मिश्रण।
- फ्री-टू-प्ले गेमिंग: डिजिटल एंटरटेनमेंट के लिए।
- रेडियो स्ट्रीमिंग: लाइव आकाशवाणी चैनल्स।
- लाइव टीवी स्ट्रीमिंग: 71 लीनियर चैनल्स की पेशकश।
- ई-कॉमर्स इंटीग्रेशन: ONDC के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग।
Waves पर कौन-कौन से चैनल उपलब्ध हैं?
Waves पर एंटरटेनमेंट और न्यूज चैनलों का समृद्ध संग्रह है। इनमें शामिल हैं:
- एंटरटेनमेंट चैनल्स: B4U, ABZY, SAB ग्रुप, 9X मीडिया
- समाचार चैनल्स: इंडिया टुडे, न्यूज नेशन, रिपब्लिक, एबीपी न्यूज, न्यूज24, एनडीटीवी इंडिया
- दूरदर्शन और आकाशवाणी के सभी चैनल।
क्यों है चैनल्स की विविधता महत्वपूर्ण?
Waves भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय विविधता और आधुनिक डिजिटल कंटेंट का मिश्रण पेश करता है, जो इसे सभी वर्गों के दर्शकों के लिए आकर्षक बनाता है।
विज्ञापन राजस्व मॉडल: क्या यह सफल होगा?
प्रसार भारती ने ब्रॉडकास्टर्स को आकर्षित करने के लिए एक अनूठा विज्ञापन राजस्व मॉडल पेश किया है:
- 65% राजस्व ब्रॉडकास्टर्स के लिए।
- 35% राजस्व प्रसार भारती रखेगा।
हालांकि, प्रमुख नेटवर्क्स ने अभी तक इस प्लेटफॉर्म से जुड़ने में रुचि नहीं दिखाई है।
डिजिटल युग में क्लासिक कंटेंट का पुनर्जागरण
Waves ने क्लासिक शो जैसे ‘रामायण’, ‘महाभारत’, ‘शक्तिमान’, और ‘हम लोग’ को फिर से प्रस्तुत किया है। ये शो भारतीय दर्शकों की भावनात्मक और सांस्कृतिक यादों को ताजा करते हैं। इसके अलावा, यह प्लेटफॉर्म:
- रीजनल और डॉक्यूमेंट्री कंटेंट प्रदान करता है।
- 12 भाषाओं में उपलब्ध है।
- 10+ शैलियों में सामग्री प्रदान करता है।
लॉन्च का उद्देश्य और रणनीति
Waves का उद्घाटन गोवा में आयोजित 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में किया गया। यह प्लेटफॉर्म:
- परंपरागत टीवी और डिजिटल स्ट्रीमिंग के बीच की खाई को पाटने का प्रयास करता है।
- युवाओं और बुजुर्गों दोनों को आकर्षित करता है।
- डिजिटल दर्शकों के लिए समृद्ध और विविध कंटेंट प्रदान करता है।
विशेषज्ञों की राय: सीमित प्रभाव, लेकिन बड़ी संभावनाएं
एक वरिष्ठ ओटीटी एक्सपर्ट ने कहा, “Waves का शहरी दर्शकों पर तत्काल प्रभाव सीमित हो सकता है, लेकिन यह क्षेत्रीय और न्यूज आधारित दर्शकों को आकर्षित करने की क्षमता रखता है।”
यह प्लेटफॉर्म भविष्य में भारत के डिजिटल एंटरटेनमेंट स्पेस में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।